यूं तो आपने अज़ब प्रेम की कितनो गज़ब कहानियाँ सुनी होंगी पर
UTTAR PRADESH: उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले से उलझे रिश्तों की एक ऐसी चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जिसके बारे में जिसने भी सुना हैरान रह गया। ताज़ा मामले में समधी-समधन को एक-दूसरे से प्यार हो गया.समधन पहली नजर में ही अपने समधी को दिल दे बैठी। दोनों का प्यार परवान चढ़ा तो दुनिया की नजर से बचते-बचाते मिलने लगे। इसी दौरान दोनों के परिवारों को इस अवैध प्यार के बारे में जानकारी हो गई। समाज ने जब इस रिश्ते को स्वीकार नहीं किया तो दोनों ने ट्रेन से कटकर अपनी जान दे दी। रविवार को दोनों के शव रेलवे ट्रैक पर मिले। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए परिवार वालों के हवाले कर दिया है।जानकारी के मुताबिक, पिहानी कोतवाली पुलिस को सूचना मिली कि शाहजहांपुर-सीतापुर रेलवे ट्रेक पर दो लाशें मिलीं. एक लाश युवक और दूसरी महिला की थी. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिसने जांच के बाद दोनों की लाशों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया. इसके बाद हुई जांच में पुलिस को पता चला कि दोनों ने खुदकुशी की. मरने वाले पुरुष का नाम रामनिवास, निवासी सहनुआ (50), जबकि महिला का नाम आशारानी (45) था. दोनों आपस में समधी-समधन थे.बताया गया है कि रामनिवास ने अपनी बेटी की शादी महिला के बेटे से की थी। परिवार के लोगों ने बताया कि रामनिवास की पत्नी की काफी दिनों पहले मौत हो गई थी। बच्चों की शादी के बाद रामनिवास और समधन में नजदीकियां हो गईं। धीरे-धीरे ये रिश्ता प्यार में बदल दया। दोनों एक दूसरे से चोरी-छिपे मिलने लगे। साथ ही रामनिवास का बेटी की ससुराल में भी आना-जाना बढ़ गया। बताया गया है कि 22 सितंबर को दोनों घर से निकल गए। इसके बाद महिला के परिवार वालों ने उनकी गुमशुदगी दर्ज करा दी।
इसके बाद अब रविवार सुबह दोनों के शव एक रेलवे ट्रैक के किनारे मिले। जांच में सामने आया है कि दोनों ने समाज के कारण मौत को गले लगा लिया। पुलिस ने दोनों के शवों को कब्जे में लिया। अब दोनों की मौत के बाद इलाके में चर्चाएं तेज हो गईं।
CRIME REPORTER : P K SHUKLA
#CRIME #UP #UTTARPRADESH
More Stories
चीन को टक्कर देने को तैयार मेरठ मंडल की क्रॉकरी, घटेगी आयात पर निर्भरता
Meerut News: तिरंगा यात्रा में फहराए फिलिस्तीनी झंडे और भड़काऊ धार्मिक नारे
5 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए लेखपाल गिरफ्तार, जाति प्रमाण पत्र बनाने के लिए मांग रहा था पैसे