Announcement of Re-examination by JAC : हाल ही में जैक (JAC) द्वारा मैट्रिक की परीक्षा में हिंदी और साइंस विषयों की पुनर्परीक्षा की घोषणा की गई है। जिन छात्रों ने 18 फरवरी और 20 फरवरी 2025 को हिंदी और साइंस की परीक्षा में भाग लिया था, उनके लिए यह एक राहत की खबर है। परीक्षाओं के रद्द होने के बाद अब इन विषयों की पुनर्परीक्षाएं निर्धारित कर दी गई हैं।
पुनर्परीक्षा की तिथि और दिन:
जैक ने हिंदी और साइंस की पुनर्परीक्षा की तिथियों की घोषणा की है। हिंदी A और हिंदी B की पुनर्परीक्षा 7 मार्च 2025, शुक्रवार को आयोजित की जाएगी। वहीं, साइंस की परीक्षा 8 मार्च 2025, शनिवार को आयोजित की जाएगी। यह निर्णय जैक द्वारा परीक्षा के संचालन में आने वाली बाधाओं और छात्र हितों को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
पुनर्परीक्षा के लिए तैयारियां:
जिन छात्रों की हिंदी और साइंस की परीक्षा रद्द हो गई थी, वे अब पुनः इन विषयों के लिए तैयारी कर सकते हैं। इस बदलाव से छात्रों को अपनी तैयारी को फिर से मजबूत करने का मौका मिलेगा। छात्र इस अतिरिक्त समय का सदुपयोग करके अधिक अभ्यास कर सकते हैं और अपनी कमजोरियों पर ध्यान दे सकते हैं।
पुनर्परीक्षा के लिए दिशा-निर्देश:
जैक ने छात्रों से अपील की है कि वे पुनर्परीक्षा के लिए समय पर उपस्थित हों और परीक्षा केंद्र पर सभी आवश्यक दस्तावेज लेकर आएं। परीक्षा के दिन छात्रों को परीक्षा केंद्र पर अनुशासन बनाए रखना होगा। साथ ही जैक द्वारा समय-समय पर अपडेट्स और आवश्यक सूचना जारी की जाती रहेगी, जिससे छात्रों को परीक्षा संबंधी कोई असुविधा न हो।
जैक की यह घोषणा छात्रों के लिए एक राहत है क्योंकि उन्हें पुनः हिंदी और साइंस विषयों की परीक्षा का अवसर मिल रहा है। छात्रों को इस अतिरिक्त समय का पूरा उपयोग करना चाहिए और अपनी तैयारी को मजबूत करने के लिए पूरी मेहनत करनी चाहिए। हम उम्मीद करते हैं कि छात्र इस परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करेंगे और सफलता प्राप्त करेंगे।
हमारी वेबसाइट पर और भी महत्वपूर्ण अपडेट्स के लिए जुड़े रहें। जैक द्वारा घोषित सभी परीक्षाओं और महत्वपूर्ण सूचनाओं के लिए हमारी साइट पर नियमित रूप से चेक करें।
More Stories
मेदिनीनगर: शिक्षा व्यवस्था में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ बी.आर.पी-सी.आर.पी महासंघ का विरोध तेज
मेदिनीनगर में सनसनी: अज्ञात अपराधियों ने पारा शिक्षक को मारी गोली, हालत गंभीर
NPU में PhD प्रवेश परीक्षा नकल विवाद पर बढ़ा बवाल — आपसू ने उठाई आरोपी प्रोफेसरों को परीक्षा कार्य से दूर रखने की मांग