जेडीए, रिम्स, दिल्ली के रेसिडेंट डॉक्टरों पर 27/12/21 को पुलिस बर्बरता के विरोध में कल शाम 28/12/21 को मार्च प्रोटेस्ट निकला और आज शांतिपूर्ण तरीके से ओपीडी का बहिष्कार किया। आज के आंदोलन में 500 से अधिक जूनियर रेसिडेंटो ने सक्रिय रूप से भाग लिया। इस आंदोलन को सीनियर फैकल्टी और सीनियर डॉक्टरों और IMA का भी जोरदार समर्थन मिला जिसके चलते ये आंदोलन पूरी तरह से सफल रहा। जेडीए ने दूर दराज से आए मरीजों को ओपीडी बंद होने के चलते जो समस्या हो सकती थी उसके लिए सेंट्रल इमरजेंसी में अलग अलग विभाग के अत्याधिक डॉक्टरों की ड्यूटी लगवाई ताकि सभी मरीजों को ओपीडी के अभाव में भी इलाज मिलता रहे।
हम आशा करते है कि सरकार जल्द से जल्द नीट पीजी काउंसलिंग 2021 की प्रक्रिया शुरू करे ताकि घर बैठे 40,000 डॉक्टर जल्द से जल्द एडमिशन ले सके और मानवता की सेवा कर सके ।
यह विरोध
डॉ विकास कुमार-प्रेसीडेंट जेडीए
डॉ-सुजीत मुर्मू-एक्जिक्यूटिव प्रेसिडेंट
डॉ अमित रंजन आईटी सेल हेड
डॉ नीतू डॉ श्रेया डॉ प्रकृति डॉ दसरथ सिंह
More Stories
चतरा जिले में नव जेल एवं मेडिकल कॉलेज निर्माण की तैयारी: उपायुक्त ने किया स्थल निरीक्षण
मेदिनीनगर में नकली शराब फैक्ट्री का भंडाफोड़: पुलिस ने 2000 से अधिक बोतलों के साथ एक आरोपी को किया गिरफ्तार
विश्व संगीत दिवस पर सांसद बीडी राम ने किया कलाकारों का सम्मान, शिमला विजेता ‘मासूम आर्ट ग्रुप’ को सराहा