June 22, 2025

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खाना खाते ही बिगड़ी कस्तूरबा गांधी स्कूल की 110 छात्राओं की तबीयत, अस्पताल में कोहराम, सीएस हेमंत सोरेन को जानकारी नहीं

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देवघर के मोहनपुर हाट के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में विषाक्त भोजन खाने से एक साथ 110 छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई। सूचना मिलते ही डॉक्टर्स की टीम ने बच्चियों का इलाज शुरू किया ।

देवघर: देवघर के मोहनपुर हाट स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में बुधवार को विषाक्त भोजन खाने से 110 छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई। मामले की जानकारी कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की वार्डन स्वाति सिंह को होते ही उन्होंने सभी बच्चियों को ओआरएस का घोल पीने की सलाह दी। इस दौरान छात्राओं की तबीयत और बिगड़ने लगी तो मामले की जानकारी प्राथमिक उप स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी मोहनपुर को दी गई। 

सूचना मिलते ही डॉक्टरों की टीम कस्तूरबा विद्यालय पहुंची और इलाज शुरू किया। वहीं मामले की जानकारी छात्राओं के अभिभावकों को होते ही दर्जनों छात्राओं के अभिभावक कस्तूरबा गांधी विद्यालय पहुंच गए और अपनी बच्चियों को लेकर प्राइवेट हॉस्पिटल इलाज कराने के लिए चले गए। विषाक्त भोजन खाने से कस्तूरबा गांधी विद्यालय मोहनपुर की दसवीं कक्षा की एक छात्रा खुशबू कुमारी की हालत बिगड़ गई। ऑनड्यूटी डॉक्टर ने उसे प्राथमिक उपचार के बाद सदर अस्पताल रेफर कर दिया है। परिजन उसे लेकर सदर अस्पताल पहुंचे और इलाज करा रहे हैं।

कस्तूरबा विद्यालय में पढ़ती हैं 450 छात्राएं

बीमार छात्रा की मानें तो मंगलवार रात का भोजन खाने के बाद से ही बच्चों का तबीयत बिगड़नी शुरू हो गयी थी। अचानक 8 से 10 बच्चियां उल्टी करने लगीं व दस्त शुरू हो गया था। इसकी जानकारी विद्यालय प्रभारी को दी गई थी, परंतु मामले को गंभीरता से नहीं लिया और बच्चियों को ओआरएस का घोल पीने का सलाह दे दी गई। बच्चियों ने बताया कि खाने में बेसन का बना पकौड़ा परोसा गया था, जिसे खाने के बाद से ही बच्चियों में पेट दर्द, उल्टी व दस्त की शिकायत होने लगी। सदर अस्पताल में इलाजरत छात्रा ने बताया कि कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय मोहनपुर में 450 छात्राएं पढ़ती हैं, जिनमें 110 छात्राओं की तबीयत अचानक बिगड़ गई।

क्या कहते हैं अभिभावक

मामले में बीमार छात्राओं के अभिभावक ने बताया कि यह कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय प्रबंधन की गलती है। सभी चीजों का ध्यान रखकर बच्चों को खाना देना चाहिए था।

क्या कहती हैं वार्डन

कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय की वार्डन स्वाति सिंह ने बताया की विद्यालय में गंदगी का अंबार, पानी निकास नहीं रहने के कारण मौसमी बीमारी बच्चियों को हुई है। समय पर इलाज कराया गया। कुछ बच्चियों के अभिभावक अपने बच्चों को लेकर चले गए हैं। एक छात्रा की हालत खराब थी, जिसे प्राथमिक उपचार कर सदर अस्पताल रेफर किया गया है। फिलहाल सभी बच्चियां ठीक हैं।

क्या कहते हैं डॉक्टर

सूचना मिलते ही कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय मोहनपुर पहुंचे डॉ. अभिषेक कुमार व डॉ. विश्वदीप मुखर्जी ने बताया कि यह मामला फूड प्वाइजनिंग से जुड़ा है। फिलहाल कस्तूरबा गांधी विद्यालय में 48 बच्चियों का इलाज किया गया है। 3 बच्चियों का इलाज मोहनपुर उप स्वास्थ्य केंद्र में कराया गया है। एक बच्ची की हालत गंभीर देख प्राथमिक उपचार के बाद सदर अस्पताल रेफर किया गया है। मामले की जांच की जाएगी। गुरुवार को सभी प्रकार के खाद्य सामग्री के अलावा अन्य सामग्री की जांच की जा सकती है।

सीएस को जानकारी नहीं

मामले में सीएस डॉ. युगल किशोर चौधरी ने बताया कि अब तक मामले के बारे में जानकारी प्राप्त नहीं हुई है। इस प्रकार की बात है, तो डॉक्टर से जानकारी प्राप्त कर साझा की जाएगी।

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