रांची : प्रवर्तन निदेशालय, ईडी ने कहा है कि भ्रष्टाचार के मामलों में गिरफ्तार की गई आइएएस पूजा सिंघल के मोबाइल से कई गोपनीय जानकारी मिली है। उनका व्हाटसएप खोल लिया गया है। एक-एक चैट की बारीकी से जांच की गई है। जिसमें बड़े-बड़े नाम सामने आए हैं। हालांकि, अभी पूजा सिंघल को व्हाट्सएप चैट संबंधी कई सवालों के जवाब देने हैं। सोमवार को आइएएस पूजा सिंघल को अदालत लेकर पहुंची जांच एजेंसी ने कहा कि उनके मोबाइल को ईडी ने जब्त कर वाट्सएप चैट आदि गोपनीय जानकारी जुटाने के लिए केंद्रीय विधि विज्ञान प्रयोगशाला (सीएफएसएल) दिल्ली भेजा था। मोबाइल की जांच पूरी हो गई है। इसमें कई चौंकाने वाली चीजें सामने आई हैं। व्हाटसएप चैटिंग पर पूजा सिंघल से पूछताछ की जा रही है। जल्द ही सारा सच सबके सामने आएगा। सोमवार को रांची की विशेष अदालत में ईडी ने इस तरह की कई अहम जानकारियां दीं।
प्रवर्तन निदेशालय ने कहा कि झारखंड सरकार में भ्रष्टाचार के रुपये नीचे से लेकर ऊपर तक अधिकारियों से लेकर सफेदपोशों तक पहुंचाया जा रहा है। आइएएस अधिकारी पूजा सिंघल, उनके सीए सुमन कुमार और दूसरे सहयोगियों ने ईडी की पूछताछ में इसे स्वीकार कर लिया है। पूरे रैकेट का खुलासा करने के लिए ईडी को थोड़ा समय दिया जाना चाहिए। ईडी के विशेष जज पीके शर्मा के आवासीय कार्यालय में एजेंसी ने आइएएस पूजा सिंघल से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में पूरी मजबूती से अपना पक्ष रखा। एजेंसी की ओर से केस की पैरवी कर रहे विशेष लोक अभियोजक बीएमपी सिंह ने अपने तर्कों के जरिये पूजा सिंघल व उनके चार्टर्ड अकाउंटेंट के लिए चार-चार दिनों का रिमांड हासिल कर लिया। अब वे 20 मई तक ईडी रिमांड में रहेंगे। जहां उनसे भ्रष्टाचार के मामले में आगे की पूछताछ होगी।
ईडी ने कोर्ट में कहा कि एजेंसी की प्रारंभिक जांच में खान विभाग में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार सामने आया है। इसमें सरकार के लोग शामिल हैं। अहम पदों पर बैठे लोग काला धन जमा कर रहे हैं। सरकार में हो रहे भ्रष्टाचार में नीचे से ऊपर तक कई अफसर और सफेदपोश शामिल हैं। इस पूरे रैकेट का का पर्दाफाश किया जाएगा। पूजा सिंघल के पास अकूत संपत्ति होने की जानकारी भी एजेंसी ने अदालत को दी। ईडी ने कहा कि रांची के पल्स अस्पताल में जमीन खरीद से निर्माण तक जिनके पैसे लगे, उनकी जानकारी जुटाई जा रही है। देशभर के 25 ठिकानों पर छापेमारी में बरामद दस्तावेजों का पूजा सिंघल से सत्यापन कराया जा रहा है।
प्रवर्तन निदेशालय ने कोर्ट को बताया कि चार जिला खनन पदाधिकारियों के भ्रष्टाचार में लिप्त होने की जानकारी मिली है। इन्होंने अवैध खनन का पैसा अधिकारियों व सफेदपोशों तक पहुंचाई है। डीएमओ साहिबगंज विभूति कुमार, डीएमओ दुमका कृष्ण चंद्र किस्कू, डीएमओ पाकुड़ प्रदीप कुमार शाह व डीएमओ पलामू आनंद कुमार से आइएएस पूजा सिंघल के सामने पूछताछ की जा रही है। सीए सुमन कुमार ने स्वीकार लिया है कि उसे पूजा सिंघल के कहने पर इन खनन पदाधिकारियों ने पैसे भेजे थे।
More Stories
मेदिनीनगर शहर के बाजार क्षेत्र में चलाया गया अतिक्रमण हटाओ अभियान
विद्यालय की लड़कियों से छेड़छाड़ करने का आरोपी फिरोज पुलिस के गिरफ्त में
Jharkhand Naxal News: भाकपा माओवादी ने हजारीबाग में चिपकाया पोस्टर, दे डाली चेतावनी